एमपीएससी पेपर लीक का सनसनीखेज घोटाला: 40 लाख में पेपर बेचने की पेशकश!

महाराष्ट्र में एमपीएससी परीक्षा में कथित पेपर लीक का मामला सामने आया है, छात्रों को धमकी भरे कॉल आ रहे हैं।

महाराष्ट्र में एमपीएससी परीक्षा से जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सभी को हैरान कर दिया है। 40 लाख रूपये में पेपर बेचने की पेशकश ने छात्रों में भय और आक्रोश फैला दिया है। क्या है पूरा मामला? आगे पढ़ें...

एमपीएससी पेपर लीक का सनसनीखेज घोटाला

पुणे, महाराष्ट्र: महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (MPSC) की ग्रुप बी (गैर-राजपत्रित) सेवा संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा 2024 से जुड़ा एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। कई छात्रों को अज्ञात नंबरों से धमकी भरे फोन कॉल आ रहे हैं, जिनमें 40 लाख रुपये में परीक्षा का पेपर उपलब्ध कराने का झांसा दिया जा रहा है। इस घटना ने परीक्षार्थियों में भारी आक्रोश और भय का माहौल पैदा कर दिया है।

एमपीएससी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुणे पुलिस आयुक्त को शिकायत सौंपी है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और साइबर सेल और विशेष जांच दल को इस घोटाले से जुड़े सभी पहलुओं की जांच करने का निर्देश दिया गया है।

धमकी भरे कॉल और 40 लाख रुपये की मांग

एमपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को अज्ञात लोगों से फोन कॉल आ रहे हैं। इन कॉलों में उन्हें परीक्षा का पेपर पहले ही उपलब्ध कराने का प्रस्ताव दिया जा रहा है, जिसके बदले 40 लाख रुपये की मांग की जा रही है। छात्रों को धमकी दी जा रही है कि अगर उन्होंने इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया तो उनके साथ बुरा व्यवहार किया जाएगा। एक छात्र ने बताया, "कॉल करने वाले ने कहा, 'हमारे पास आपकी पूरी जानकारी है, अगर आप परीक्षा पास करना चाहते हैं, तो पैसे देने होंगे। यह बात किसी को नहीं बतानी है।'"

यह घटना परीक्षा प्रणाली पर एक बड़ा सवालिया निशान लगाती है और परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के बीच भय और असुरक्षा की भावना पैदा करती है। कई छात्रों ने अपनी पढ़ाई में बाधा आने और मानसिक तनाव की बात कही है।

एमपीएससी का बयान और पुलिस की कार्रवाई

एमपीएससी ने इस मामले पर एक बयान जारी करते हुए कहा है कि सभी परीक्षा प्रश्नपत्र अत्यधिक सुरक्षा के तहत रखे जाते हैं और इस तरह की अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। आयोग ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि अगर उन्हें इस तरह के कॉल आते हैं, तो वे contact-secretary@mpsc.gov.in पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

पुणे पुलिस आयुक्त कार्यालय ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। साइबर सेल और विशेष जांच टीम को इस घोटाले से जुड़े सभी पहलुओं की जांच करने का निर्देश दिया गया है। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि ये कॉल किन लोगों द्वारा किए जा रहे हैं और क्या वास्तव में किसी पेपर लीक होने की संभावना है।

छात्रों में असंतोष और भय

इस घटना से ईमानदारी से परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों में असंतोष और भय का माहौल है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले एक छात्र, नितिन आंधले ने कहा, "ऐसे गिरोह लाखों छात्रों का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं। सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।"

छात्रों ने मांग की है कि इस तरह के धोखाधड़ी के मामलों को रोकने के लिए कड़ी सुरक्षा उपाय किए जाएं ताकि परीक्षाओं की निष्पक्षता बनी रहे। यह मामला सरकार और जांच एजेंसियों के लिए बेहद संवेदनशील हो गया है।

आगे क्या?

यह देखना होगा कि पुलिस जांच में क्या खुलासा होता है और इस घोटाले के पीछे कौन लोग शामिल हैं। क्या वाकई पेपर लीक हुआ है या यह सिर्फ एक धमकी का खेल है? यह सवाल अभी भी जवाब की तलाश में हैं। इस घटना से यह भी साफ हो गया है कि प्रतियोगी परीक्षाओं में पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है।

सुरक्षा उपायों की जरुरत

एमपीएससी और अन्य परीक्षा आयोजक संस्थाओं को अपनी सुरक्षा व्यवस्था में सुधार करने की जरूरत है। तकनीकी और प्रशासनिक दोनों स्तरों पर कड़े उपाय करने होंगे ताकि भविष्य में ऐसे धोखाधड़ी के मामलों को रोका जा सके। छात्रों को जागरूक करने के लिए भी अभियान चलाने की आवश्यकता है ताकि वे इस तरह के झांसे में न आएं।

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