पिंपरी-चिंचवड़ में गैस रिफिलिंग कांड: 8 लाख का सामान जब्त!

अवैध गैस रिफिलिंग रैकेट का भंडाफोड़, चार गिरफ्तार

पिंपरी-चिंचवड़ में अवैध गैस रिफिलिंग का भंडाफोड़! पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई, 8 लाख रुपये से ज़्यादा का सामान जब्त किया गया। इस मामले में चार लोगों को गिरफ़्तार किया गया है और एक के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है। क्या आप जानना चाहते हैं कि कैसे पुलिस ने इस अवैध कारोबार का पर्दाफ़ाश किया?

पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस की बड़ी कार्रवाई: अवैध गैस रिफिलिंग का भंडाफोड़

पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस ने अवैध गैस रिफिलिंग के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए आठ लाख बत्तीस हज़ार पाँच सौ रुपये का माल जब्त किया है। यह कार्रवाई पिंपरी-चिंचवड़ अपराध शाखा की संपत्ति अपराध विरोधी टीम ने चिखली इलाके में की। चार आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया है और एक अन्य के ख़िलाफ़ भी मामला दर्ज किया गया है।

कौन हैं आरोपी और क्या है मामला?

पुलिस ने शशिकांत शंकर भांगरे (43), सागर सूर्यकांत मिरगाजी (26), अमर महादेव साठे (29) और योगेश गंगाधर गुंडले (19) को गिरफ़्तार किया है। ये सभी चिखली निवासी अजय राजेंद्र जैन के निर्देश पर गैस रिफिलिंग का काम कर रहे थे। अजय जैन के ख़िलाफ़ भी मामला दर्ज किया गया है। चिखली पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 287, 288, आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3, 7 और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 की धारा 5 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

कैसे हुआ गैस रिफिलिंग का भंडाफोड़?

पुलिस उपायुक्त संदीप डोईफोडे के अनुसार, कुदलवाड़ी के पवार वस्ती में अवैध गैस रिफिलिंग की जा रही थी। इस सूचना के आधार पर अपराध शाखा की टीम ने छापा मारा। मौके पर भरे हुए सिलेंडरों से खाली सिलेंडरों में नोजल की मदद से गैस रिफिलिंग की जा रही थी। पुलिस ने 126 गैस सिलेंडर और दो टेम्पो जब्त किए। "यह एक बड़ी कामयाबी है और इससे अवैध गैस रिफिलिंग पर लगाम लगेगी," पुलिस उपायुक्त ने कहा।

पुलिस टीम की सराहना

इस कार्रवाई में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विजय ढमाल, सहायक निरीक्षक अभिनय पवार, उपनिरीक्षक भरत गोसावी और उनकी टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उनकी मेहनत और सूझबूझ से इस अवैध कारोबार का पर्दाफाश हुआ। "हमारी टीम ने दिन-रात मेहनत की और इस मामले को सुलझाया," वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विजय ढमाल ने कहा।

आर्थिक और सामाजिक प्रभाव

यह कार्रवाई न केवल अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने में मदद करेगी बल्कि उपभोक्ताओं की सुरक्षा भी सुनिश्चित करेगी। अवैध गैस रिफिलिंग से गैस लीक होने का खतरा बना रहता है, जिससे जान-माल का नुकसान हो सकता है। पुलिस की इस कार्रवाई से लोगों में सुरक्षा का भाव बढ़ेगा। साथ ही, यह अवैध कारोबार से जुड़े अपराधों पर अंकुश लगाने में भी मददगार साबित होगी। इस घटना से यह भी पता चलता है कि ऐसे अवैध कारोबार कितने व्यापक पैमाने पर चल रहे हैं और इन पर रोक लगाने के लिए और कड़े कदम उठाने की जरूरत है।

भविष्य की चुनौतियाँ और निष्कर्ष

पुलिस को भविष्य में भी इस तरह के अवैध कारोबारों पर नज़र रखने और सख्त कार्रवाई करने की ज़रूरत है। यह कार्रवाई एक चेतावनी है उन सभी लोगों के लिए जो इस तरह के अवैध कारोबार में लिप्त हैं। पुलिस की सक्रियता और जनता का सहयोग मिलकर ही इस तरह के अपराधों पर काबू पाया जा सकता है। इसलिए, नागरिकों से अपील है कि वे ऐसे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी पुलिस को तुरंत दें।

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