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पुणे पुलिस की बड़ी कामयाबी: 84 लाख रुपये की ड्रग्स जब्त, 4 गिरफ्तार
पुणे क्राइम ब्रांच ने की बड़ी कार्रवाई, नशीले पदार्थों की तस्करी पर लगाम कसने के प्रयास
पुणे क्राइम ब्रांच की बड़ी कार्रवाई: 84 लाख रुपये की ड्रग्स जब्त
पुणे पुलिस ने नशीली दवाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 84 लाख रुपये कीमत की ड्रग्स जब्त की है और इस सिलसिले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई गुरुवार, 23 नवंबर को की गई। दो अलग-अलग टीमों ने कोरेगांव पार्क और लोनी कालभोर इलाकों में छापेमारी की और बड़ी मात्रा में कोकीन, गांजा और अन्य नशीली दवाएं बरामद कीं।
कोरेगांव पार्क में छापेमारी: 67.8 लाख की ड्रग्स जब्त
पहली कार्रवाई क्राइम ब्रांच के एंटी नारकोटिक्स स्क्वाड 1 ने कोरेगांव पार्क में की। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक उल्हास कदम के नेतृत्व वाली टीम को सूचना मिली थी कि क्लोर गार्डन सोसायटी इलाके में ड्रग्स की तस्करी हो रही है। छापेमारी में प्रणव नवीन रामनानी (19) और गौरव मनोज डोडेजा (19) को गिरफ्तार किया गया। उनके पास से 2 ग्राम 78 एमएल कोकीन और 136 ग्राम 64 मिलीग्राम ओजिकुश गांजा बरामद हुआ, जिसकी कीमत लगभग 67.8 लाख रुपये आंकी गई है। पुलिस ने दो महंगी कारें भी जब्त की हैं।
लोनी कालभोर में छापेमारी: 16 लाख से ज़्यादा का गांजा जब्त
दूसरी कार्रवाई में एंटी नारकोटिक्स स्क्वाड 2 ने लोनी कालभोर में कार्रवाई की। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सुदर्शन गायकवाड़ की टीम को सूचना मिली थी कि राजस्थान से गांजा बेचने के लिए लोग आ रहे हैं। टीम ने लोनकर वस्ती में भरत कुमार दानाजी राजपुरोहित (35) और आशुषिंग गुमान सिंह (दोनों राजस्थान निवासी) को गिरफ्तार किया। उनके पास से लगभग 16 लाख रुपये से ज़्यादा कीमत का 40 किलो 390 ग्राम गांजा बरामद हुआ।
पुलिस अधिकारियों के बयान
इस कार्रवाई में शामिल पुलिस अधिकारियों ने बताया, "यह ऑपरेशन नशे के कारोबार पर रोक लगाने की दिशा में एक अहम कदम है। हमारी टीम लगातार इस तरह के अपराधों पर नज़र रख रही है और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी जो नशीली दवाओं के कारोबार से जुड़े हुए हैं।"
मामले की जांच जारी, आगे की कार्रवाई
पुलिस ने कोरेगांव पार्क और लोनी कालभोर पुलिस स्टेशनों में अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त शैलेश बालकवाडे और पुलिस उपायुक्त निखिल पिंगले के मार्गदर्शन में यह कार्रवाई की गई। पुलिस अब आरोपियों से पूछताछ कर रही है और नशीली दवाओं के स्रोत का पता लगाने की कोशिश कर रही है। इस मामले में आगे की जांच जारी है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
यह कार्रवाई न केवल कानून व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था पर भी प्रभाव डालती है। नशीली दवाओं के कारोबार से जुड़े अपराधों से राजस्व का नुकसान होता है और सामाजिक सुरक्षा पर भी असर पड़ता है। इसलिए, पुलिस द्वारा की गई यह कार्रवाई अर्थव्यवस्था के लिए भी एक सकारात्मक कदम है।
सारांश
पुणे पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई से शहर में नशीली दवाओं के कारोबार को एक बड़ा झटका लगा है। पुलिस की सक्रियता और सूचना तंत्र की सफलता इस कार्रवाई की सफलता का प्रमाण है। आशा है कि आगे भी इस तरह की कार्रवाइयाँ जारी रहेंगी और शहर को नशीली दवाओं के खतरे से मुक्त रखने में मदद मिलेगी।