पुणे में महिलाओं पर चोरों का आतंक: बस यात्रा में सतर्क रहें!
हाल ही में हुई दो घटनाओं में महिलाओं के आभूषण चोरी, ढाई लाख रुपये का नुकसान
घटना 1: स्वारगेट
शनिवार, 7 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे, स्वारगेट पीएमपी थाना क्षेत्र में एक महिला, जो चाकण की रहने वाली है, पीएमपी बस में चढ़ने की कोशिश कर रही थी। इसी दौरान, चोरों ने उसके गले से लगभग 1 लाख 18 हजार रुपये के सोने के आभूषण चोरी कर लिए। महिला ने स्वारगेट पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस उपनिरीक्षक शैलेश अलेटे मामले की जांच कर रहे हैं।
"यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारी पुलिस पूरी कोशिश कर रही है कि दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए।" - शैलेश अलेटे, पुलिस उपनिरीक्षक, स्वारगेट
घटना 2: कात्रज
कात्रज पीएमपी बस स्टैंड पर दूसरी घटना हुई, जहाँ एक महिला यात्री से लगभग 1 लाख 20 हजार रुपये की सोने की चूड़ियाँ चोरी हो गईं। चोर ने कटर का उपयोग करके यह वारदात की। भारती यूनिवर्सिटी पुलिस स्टेशन में दर्ज शिकायत के अनुसार, यह घटना भी महिला के बस में चढ़ने के दौरान हुई। मामले की जांच पुलिस उपनिरीक्षक नीलेश मोकाशी कर रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि, "हम गवाहों से पूछताछ कर रहे हैं और सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही चोरों का पता लगा लिया जाएगा।" - नीलेश मोकाशी, पुलिस उपनिरीक्षक, भारती यूनिवर्सिटी
पुलिस की सलाह
पुलिस ने महिलाओं को सलाह दी है कि वे बस यात्रा के दौरान सतर्क रहें और अपने गहनों का विशेष ध्यान रखें। वे भीड़-भाड़ वाली जगहों पर सावधानी बरतें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। अपने आसपास के लोगों पर ध्यान दें और अगर कोई आपकी तरफ संदिग्ध तरीके से देख रहा है तो तुरंत अपनी जगह बदल लें। बस में सफर करते समय, अपने बैग को अपनी नज़र में रखें और ज़रूरी सामान, जैसे पर्स और मोबाइल फोन को सुरक्षित रखें।
पुलिस ने यह भी कहा है कि वे इन मामलों की गहन जांच कर रहे हैं और चोरों को जल्द ही पकड़ने का आश्वासन दिया है। इसके अलावा, वे लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चला रहे हैं ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।
आगे का रास्ता
इन घटनाओं ने पुणे में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं। बस कंपनियों को भी अपनी सुरक्षा व्यवस्था में सुधार करने की ज़रूरत है। सीसीटीवी कैमरे लगाने और महिलाओं के लिए सुरक्षित स्थान बनाने पर ध्यान दिया जाना चाहिए। साथ ही, सरकार को भी महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए।
इन घटनाओं से लोगों में डर और असुरक्षा की भावना पैदा हुई है। यह ज़रूरी है कि पुलिस और प्रशासन मिलकर इस समस्या का समाधान करें और महिलाओं को सुरक्षित महसूस कराने के लिए ठोस कदम उठाएँ।