पुणे में कांग्रेस का पुनर्गठन: निलंबन के बाद नई शहर अध्यक्ष की नियुक्ति

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) ने पुणे में अपने महिला आघाड़ी के नेतृत्व में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। संगीता तिवारी को महिला आघाड़ी की नई शहर अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, जो हाल ही में निलंबित हुईं पूर्व अध्यक्ष पूजा आनंद की जगह लेंगी। राज्य शाखा द्वारा यह निर्णय एक घटनाक्रम के बाद लिया गया, जिसमें पूजा आनंद के पति, मनीष आनंद ने एक अधिकृत कांग्रेस उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ा। पार्टी के निर्देशों के बावजूद मनीष आनंद ने अपनी उम्मीदवारी वापस नहीं ली, जिसके कारण उन्हें छह साल के लिए निलंबित कर दिया गया। इस फैसले के चलते प्रचार अवधि के दौरान महिला आघाड़ी के नेतृत्व में एक शून्यता आ गई थी।

संगीता तिवारी की नियुक्ति और राजनीतिक अनुभव
संगीता तिवारी, एक अनुभवी राजनीतिक कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने पुणे कांग्रेस की महिला आघाड़ी में लंबे समय तक योगदान दिया है। वह महिला शाखा की उपाध्यक्ष पद पर कार्यरत थीं और पहले शहर के शिक्षा बोर्ड की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। इस अनुभव के आधार पर पार्टी ने उन्हें शहर अध्यक्ष की भूमिका सौंपी है।

तिवारी ने कांग्रेस के प्रति महिलाओं का समर्थन जुटाने और संगठनात्मक ढांचे को मजबूत बनाने की प्रतिबद्धता जताई है। उनकी नियुक्ति से महिला आघाड़ी में नई ऊर्जा का संचार होने की उम्मीद है।

स्थानीय नेताओं की प्रतिक्रिया
स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने तिवारी की नियुक्ति का स्वागत किया है। उनका मानना है कि यह कदम पार्टी में अनुशासन को मजबूत करने और नए विचारों के लिए एक सकारात्मक वातावरण बनाने के लिए महत्वपूर्ण है। तिवारी के नेतृत्व से पार्टी की संगठनात्मक नींव को मजबूत करने की संभावना है।

आनंद की कार्रवाई के नतीजे
पूजा आनंद का निलंबन कांग्रेस की अनुशासन नीति के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मनीष आनंद के खिलाफ पार्टी की सख्त कार्रवाई, भले ही उनका पारिवारिक संबंध पूर्व शहर अध्यक्ष से था, पार्टी के मूल सिद्धांतों को बनाए रखने की दृढ़ता को दिखाती है। इस घटना ने पुणे इकाई को झकझोर दिया है, जिससे पार्टी में रणनीतिक पुनर्गठन और अनुशासन पर नए सिरे से जोर दिया गया है।

संगीता तिवारी की नियुक्ति आगामी चुनावों के मद्देनजर महिला मतदाताओं के बीच कांग्रेस के आधार को मजबूत करने की दिशा में एक रणनीतिक कदम के रूप में देखी जा रही है।

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