पिंपरी चिंचवड़ चुनाव प्रचार: लोक कलाकारों को मिला रोजगार, वोटरों तक पहुंचने का नया जरिया

पिंपरी चिंचवड़ में चुनाव प्रचार के दौरान लोक कलाकारों की भूमिका बढ़ती जा रही है। लोक कलाकारों का मानना है कि उन्हें रोजगार और सम्मान दोनों ही मिला है।

पिंपरी चिंचवड़ चुनाव प्रचार में लोक कलाकारों की भूमिका बढ़ी

पिंपरी चिंचवड़, महाराष्ट्र – जैसे ही विधानसभा चुनाव की हलचल तेज़ हो रही है, पिंपरी चिंचवड़ क्षेत्र में चुनावी प्रचार में लोक कलाकारों की भूमिका बढ़ती जा रही है। इस चुनावी मौसम में परंपरागत वेशभूषा में लोक कलाकारों की टोलियां सड़कों पर अपनी कला का प्रदर्शन कर रही हैं, जिससे न केवल स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा मिल रहा है, बल्कि इन कलाकारों को रोजगार का अवसर भी मिला है।

लोक कलाकारों की भूमिका

लोक कलाकारों का समूह, जिनमें 'शाहीर', 'घंदारी', 'वासुदेव', संबल वादक, हल्गी वादक और डिमडी वादक शामिल हैं, महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों से पिंपरी चिंचवड़ पहुंचे हैं। इनमें से कई कलाकार सांगली, उस्मानाबाद और मराठवाड़ा के अन्य हिस्सों से आए हैं। ये कलाकार परंपरागत गीतों और लोक नृत्यों के माध्यम से मतदाता जागरूकता बढ़ाने और राजनीतिक दलों के संदेश को आम जनता तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं।

वोटरों तक पहुंचने की नई रणनीति

अलग-अलग राजनीतिक दलों ने चुनाव प्रचार के लिए इन लोक कलाकारों को आमंत्रित किया है, जिससे वे अपनी संस्कृति और पारंपरिक कलाओं के जरिये वोटरों के बीच में एक नया प्रभाव बना सकें। एनसीपी, शिवसेना और बीजेपी जैसे बड़े दलों ने इन कलाकारों का सहयोग लिया है। यह एक नई रणनीति मानी जा रही है, जिसमें स्थानीय लोक कला के जरिये ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में प्रचार किया जा रहा है। कलाकार अपने गीतों में उम्मीदवारों के कार्यों और दलों के योगदान की चर्चा कर रहे हैं।

कलाकारों का अनुभव और प्रतिक्रिया

संतोष कनाडे, एक वासुदेव कलाकार, बताते हैं, “हम मराठवाड़ा से आए हैं और अपनी कला के माध्यम से जागरूकता फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। इससे हमें रोजगार के साथ-साथ अपनी कला को प्रदर्शित करने का मौका मिला है।” वहीं, प्रकाश करो, एक शाहीर, कहते हैं कि इस चुनाव ने लोक कलाकारों के लिए एक नया मंच दिया है, जिससे वे न केवल अपनी आजीविका कमा रहे हैं बल्कि अपनी कला का सम्मान भी पा रहे हैं।

परंपरागत कला को मिला बढ़ावा

चुनावी प्रचार के इस तरीके ने लोक कलाओं को बढ़ावा देने का काम किया है। सुबह से लेकर रात तक ये कलाकार पिंपरी चिंचवड़ के विभिन्न इलाकों में अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं। जागरूकता कार्यक्रमों में इनका विशेष योगदान है, जिससे मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ कलाकारों को स्थायी रोजगार का अवसर भी मिल रहा है।

कलाकारों का सहयोग: एक सकारात्मक पहल

आयोजकों का मानना है कि यह पहल न केवल जनता को मतदान के प्रति जागरूक करने का काम करेगी बल्कि लोक कलाकारों के लिए सम्मान और रोजगार का माध्यम भी साबित होगी। इस प्रकार के अभियान से कला के माध्यम से जन जागरूकता का प्रसार होता है और जनता तक राजनैतिक जानकारी पहुँचती है।

चुनाव में लोक कलाकारों की सक्रियता बढ़ी

आगामी 11 नवंबर को पिंपरी चिंचवड़ में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें लोक कलाकार अपनी कला के माध्यम से मतदाताओं से मतदान करने का आग्रह करेंगे। इस अभियान के माध्यम से पिंपरी चिंचवड़ के साथ ही भोसरी और आस-पास के क्षेत्रों में भी मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा रही है।

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