शिंदे गुट के विधायक श्रीनिवास वनगा 36 घंटे बाद मिले, टिकट न मिलने पर हुए थे नाराज
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट के विधायक श्रीनिवास वनगा, जिन्हें टिकट नहीं मिला था, 36 घंटे लापता रहने के बाद आखिरकार मिल गए हैं। पालघर से विधायक रहे वनगा टिकट न मिलने के कारण इतने आहत हुए कि फूट-फूटकर रोए और अचानक से गायब हो गए। परिवार और समर्थकों में उनकी गुमशुदगी को लेकर चिंता बढ़ गई थी, जिसके बाद पुलिस की पांच टीमें उनकी तलाश में जुटी थीं।
श्रीनिवास वनगा ने 36 घंटे बाद अपने परिवार से संपर्क किया और कहा कि उन्हें कुछ दिनों का आराम चाहिए। उनकी पत्नी सुमन वनगा ने बताया कि वे मंगलवार सुबह 3 बजे अपने घर लौटे थे और परिवार से मुलाकात की। इसके बाद वे फिर से दो दिन के लिए बाहर चले गए, यह कहकर कि उन्हें अभी आराम की जरूरत है।
टिकट न मिलने से गुस्से में आए वनगा
वनगा शिंदे गुट के महत्वपूर्ण विधायक माने जाते थे, जिन्होंने कठिन समय में सीएम एकनाथ शिंदे का साथ दिया था। पालघर विधानसभा सीट से इस बार शिंदे गुट ने उन्हें टिकट न देकर राजेंद्र गावित को उम्मीदवार घोषित कर दिया। इससे नाराज वनगा फूट-फूटकर रोने लगे, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
सीएम शिंदे का आश्वासन और परिवार की चिंता
वनगा की गुमशुदगी के दौरान उनकी पत्नी ने बताया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पहले उन्हें दहानू सीट से टिकट देने का आश्वासन दिया था, लेकिन बाद में वहां भी उम्मीदवार नहीं बनाया गया। मुख्यमंत्री शिंदे ने उन्हें विधान परिषद में भेजने का भी आश्वासन दिया था। वनगा के मन में आत्महत्या के ख्याल भी आ रहे थे, जिससे परिवार को उनकी मानसिक स्थिति को लेकर काफी चिंता हो गई थी।
समर्थकों में निराशा, पार्टी में बहस
वनगा का इस तरह नाराज होकर लापता होना शिंदे गुट के लिए एक बड़ा झटका है। उनके समर्थक इस घटनाक्रम से काफी निराश हैं और पार्टी में भी इसको लेकर बहस छिड़ गई है।