29 अक्टूबर को धनतेरस का पर्व: शुभ संयोग, पूजा विधि, और खरीदारी का मुहूर्त
मुंबई: इस वर्ष 29 अक्टूबर 2024 को मंगलवार के दिन धनतेरस का शुभ पर्व मनाया जाएगा, जिसे धन त्रयोदशी और धनवंतरि जयंती भी कहा जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी, भगवान धनवंतरि और धन के देवता कुबेर की पूजा-अर्चना से घर में बरकत आती है और समृद्धि बनी रहती है।
पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत
धनतेरस के साथ ही पांच दिवसीय दीपोत्सव का आगाज होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, समुद्र मंथन के समय भगवान धनवंतरि इसी दिन अमृत कलश के साथ प्रकट हुए थे, इसलिए इस दिन बर्तन खरीदना विशेष रूप से शुभ माना जाता है। धनतेरस की शाम को यम दीपक जलाकर परिवार की सुख-शांति और मंगल कामना की जाती है।
खरीदारी और पूजन के शुभ मुहूर्त
इस धनतेरस पर खरीदी और पूजा के शुभ मुहूर्त का खास महत्व है:
खरीदारी के शुभ मुहूर्त:
पहला मुहूर्त: सुबह 6:31 से 10:31 तक
दूसरा मुहूर्त: दोपहर 11:42 से 12:27 तक
गोधूलि मुहूर्त: शाम 5:38 से 6:04 तक
पूजा का मुहूर्त:
शाम 6:31 से रात 8:31 तक, कुल 1 घंटा 42 मिनट का विशेष समय
धनतेरस पूजा विधि और आवश्यक खरीदारी
धनतेरस पर मां लक्ष्मी, भगवान धनवंतरि और कुबेर देवता की पूजा से बरकत आती है। पूजा स्थल पर गणेश जी की मूर्ति रखकर सभी देवताओं को फूल, तिलक और दीपक अर्पित करें।
इस दिन की शुभता को और बढ़ाने के लिए इन वस्तुओं की खरीदारी जरूर करें:
1. लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति: दीपावली पूजा के लिए शुभ।
2. सोना, चांदी और झाड़ू: समृद्धि का प्रतीक।
3. चांदी और पीतल के बर्तन: भगवान धनवंतरि के प्रतीक के रूप में।
4. पानी रखने का बर्तन: धनवंतरि के अमृत कलश का प्रतीक।
निष्कर्ष
इस धनतेरस पर शुभ मुहूर्त का ध्यान रखते हुए लक्ष्मी-गणेश, चांदी-पीतल के बर्तन, और अन्य वस्तुएं खरीदकर घर में सुख, समृद्धि और शांति लाएं।