RSS मास्टर प्लान: महाराष्ट्र चुनाव में हिंदुत्व और जातिगत मैनेजमेंट पर फोकस
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने महायुति (एनडीए) को सत्ता में लाने के लिए एक व्यापक रणनीति बनाई है।
संघ का मास्टर प्लान:
- 60,000 से अधिक बैठकें: RSS ने महाराष्ट्र में विभिन्न वर्गों और समाजों को महायुति सरकार के महत्व को समझाने के लिए 60,000 से अधिक छोटी-छोटी बैठकें आयोजित करने का फैसला लिया है।
 - जातिगत मैनेजमेंट: संघ ने ओबीसी, एससी, एसटी और अन्य जातियों के बीच विशेष कार्यक्रमों की योजना बनाई है, ताकि उनके समर्थन को सुरक्षित किया जा सके।
 - बाला साहेब ठाकरे से जुड़ी जातियों पर फोकस: RSS मुंबई और कोंकण बेल्ट में उन जातियों को जोड़ने की कोशिश कर रही है जो बाला साहेब ठाकरे के धरतीपुत्र आंदोलन से जुड़ी थीं।
 - दलित समुदाय में आउटरीच: RSS और बीजेपी ने दलित और बौद्ध समुदाय के बीच आउटरीच कार्यक्रमों को तेज कर दिया है।
 - कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियां: RSS ने चुनाव से पहले पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं को महत्वपूर्ण भूमिका देने और आंतरिक कलह को खत्म करने पर जोर दिया है।
 
मास्टर प्लान का उद्देश्य:
- हिंदुत्व का संदेश: RSS का फोकस हिंदुत्व के मूल मुद्दों को बनाए रखना है।
 - विपक्षी आख्यान का खंडन: संघ का लक्ष्य विपक्ष के नेरेटिव को प्रभावी होने से रोकना है।
 - मतदान प्रतिशत बढ़ाना: RSS ने बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने और मतदान प्रतिशत को 60% से अधिक रखने पर जोर दिया है।