हाथ आकर भी पुलिस से कैसे बच गया लॉरेंस का गुर्गा शुभम? बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में तलाश जारी

लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गे शुभम लोणकर पर शक, नेपाल बॉर्डर से भागने की कोशिश

12 अक्टूबर को मुंबई में बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या के मामले में नया मोड़ आया है। पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गे शुभम लोणकर पर शक जताते हुए लुकआउट नोटिस जारी किया है। आशंका है कि शुभम ने शूटरों को वारदात को अंजाम देने के लिए पैसे दिए थे और अब वह नेपाल बॉर्डर के जरिए देश छोड़ने की कोशिश कर रहा है।

लुकआउट नोटिस और जांच का विस्तार

मुंबई क्राइम ब्रांच ने शुभम लोणकर के साथ-साथ जीशान अख्तर और शूटर शिवकुमार के खिलाफ भी लुकआउट नोटिस जारी किया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस को जानकारी मिली है कि ये तीनों नेपाल बॉर्डर से भाग सकते हैं, जिसके चलते उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ संपर्क साधा गया है। जांच के दौरान यह भी पता चला है कि वे नकली पासपोर्ट और वीजा के जरिए देश छोड़ने की योजना बना रहे हैं।

शुभम की पिछली संदिग्ध गतिविधियाँ

शुभम लोणकर का नाम पहले भी विवादों में आ चुका है। इस साल, सलमान खान के बांद्रा स्थित अपार्टमेंट के बाहर फायरिंग की घटना में भी उसका नाम सामने आया था। उस समय, उसे पुणे से हिरासत में लिया गया था क्योंकि वह बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ था। उसके खिलाफ अकोला में आर्म्स डीलिंग का भी मामला दर्ज है।

जांच की दिशा में बदलाव

पुलिस द्वारा शुभम से पूछताछ के दौरान अचानक से जांच की दिशा बदल गई। जब पुलिस उसे हिरासत में लेने वाली थी, तभी खुफिया इनपुट मिलने पर वे अन्य हथियार सप्लायर और शूटर को गिरफ्तार करने में सफल रहे। इस घटनाक्रम ने पुलिस के कामकाज पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सूत्रों के अनुसार, बिश्नोई गैंग ने शुभम को इस झमेले से बाहर रखने की कोशिश की।

बाबा सिद्दीकी मर्डर का कनेक्शन

बाबा सिद्दीकी के मर्डर केस में पुलिस ने खुलासा किया है कि शुभम लोणकर और उसके भाई प्रवीण ने शूटरों को पैसे दिए थे। बाबा की हत्या की साजिश तीन महीने पहले ही रची गई थी। ऐसे में यह सवाल उठता है कि पुलिस ने शुभम को पहले क्यों नहीं रोका, खासकर जब वह एक हिस्ट्रीशीटर था।

बाबा सिद्दीकी की हत्या ने न केवल मुंबई में बल्कि पूरे देश में हंगामा मचा दिया है। पुलिस अब शुभम लोणकर की तलाश में जुटी हुई है, ताकि मामले की गहराई तक पहुंचा जा सके और न्याय सुनिश्चित किया जा सके।

Review